Rakshith Hegde : हमारे देश के अधिकतर पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे डॉक्टर या इंजीनियर बने। इंजीनियरिंग की तुलना में डॉक्टरी की पढ़ाई काफी मुश्किल होती है। साथ ही एमबीबीएस की सीटें भी काफी कम है। ऐसे में ज्यादातर लोगों का रुझान इंजीनियरिंग की तरफ ही रहता है। पिछले कुछ सालों में इंजीनियरिंग कॉलेजों की बाढ़ सी आ गई। कई बार इनके लेवल पर सवाल भी उठे हैं। फिर भी आपको बता दें कि इन कॉलेजों के कई छात्र-छात्राएं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी (IIT) के स्टूडेंट्स से कहीं कम नहीं पड़ते। इस साल भी उनमें से कुछ को प्लेसमेंट सीजन के दौरान भारी भरकम राशि वाले जॉब ऑफर हुए हैं।
यह भी पढ़ें : Arushi Agarwal का जवाब नहीं! दो बार ठुकराई 1 करोड़ की नौकरी, खड़ी कर दी 50 करोड़ की कंपनी
बेंगलुरू स्थित कॉलेज से IT में कर रहे B.E.
यहां हम बात कर रहे हैं बेंगलुरू स्थित आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (RVCE) के होनहार छात्र रक्षित दत्तात्रेय हेगड़े की। रक्षित शहर में सर्वाधिक प्लेसमेंट पैकेज हासिल करने वाले स्टूडेंट्स में से एक हैं। रक्षित फिलहाल RVCE से इंफोर्मेशन टेक्नोलोजी (IT) में बेचलर ऑफ इंजीनियरिंग (B.E.) कर रहे हैं। रक्षित 5वें सेमेस्टर में हैं। रक्षित को 90 लाख रुपए की भारी-भरकम वार्षिक सेलरी का एम्प्लॉयमेंट ऑफर मिला है। रक्षित को यह ऑफर एक मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी UiPath ने दिया है। इसका हैडक्वार्टर न्यूयॉर्क (अमेरिका) में है। कंपनी रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) सॉफ्टवेयर बनाती है।
ये हैं रक्षित के जीवन के दूसरे पहलू
कॉलेज की पढ़ाई के दौरान रक्षित ने स्टडीबियर “एकेडमिक प्रॉडक्टिविटी प्लेटफॉर्म फोर कंप्यूटर साइंस रिलेटेड इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स’ की स्थापना और विकसित किया था। रक्षित ने लिखा कि स्टडीबियर का लक्ष्य रूट को अल्टर करना है जो कोई इंजीनियर (आईटी) बनने के लिए अपनाता है। रक्षित के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वह UiPath में ‘अपकमिंग एसडब्ल्यूई इंटर्न’ हैं। रक्षित RVCE की एंट्रेप्रेन्योरशिप सेल में सीनियर एसोसिएट भी हैं। रक्षित कोविड सेवा के लिए वोलंटियर और मेक ए डिफरेंस के लिए एकेडमिक सपोर्ट वोलंटियर भी रहे हैं। मेक ए डिफरेंस एक एजुकेशन नॉन प्रोफिट और कोविड सेवा भी नॉन प्रोफिट हैं।
यह भी पढ़ें : Sampriti Yadav : ना IIT और ना IIM से ली डिग्री, फिर भी गूगल से मिला ‘छप्पर फाड़’ पैकेज, जानें…