Kim Kardashian Health: हॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस और बिजनेस आइकॉन किम कार्दशियन ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वे ब्रेन एन्यूरिज्म (Brain Aneurysm) नाम की खतरनाक बीमारी से जूझ रही हैं। यह वही बीमारी है, जो कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है।
Kim Kardashian ने खुद बताया अपनी बीमारी का राज
22 अक्टूबर को The Kardashians Season 7 के प्रीमियर में 45 वर्षीय किम ने अपनी हेल्थ को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उन्हें “ब्रेन एन्यूरिज्म” है-यानी दिमाग की नसों में खून भरने और सूजन आने की स्थिति। उन्होंने बताया कि यह समस्या उन्हें लंबे समय से चल रहे मानसिक तनाव की वजह से हुई।
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क्या होता है ब्रेन एन्यूरिज्म?
ब्रेन एन्यूरिज्म में दिमाग की ब्लड वेसल्स का एक हिस्सा कमजोर हो जाता है और गुब्बारे की तरह फूलकर उसमें खून भर जाता है। अगर यह ब्लड वेसल फट जाए, तो स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका में लगभग 50 में से 1 व्यक्ति इस बीमारी से प्रभावित होता है। यानी करीब 60 लाख लोग किसी न किसी रूप में इससे जूझ रहे हैं।

Kim Kardashian को क्यों हुआ ब्रेन एन्यूरिज्म?
किम ने अपने शो में बताया कि उनकी टॉक्सिक रिलेशनशिप और तलाक इस बीमारी की बड़ी वजह बनी। साल 2022 में पति कान्ये वेस्ट से अलगाव के बाद उन्हें गहरा मानसिक तनाव और इमोशनल ट्रॉमा हुआ। यही स्ट्रेस उनके ब्रेन में इस कंडीशन का कारण बना।
किन कारणों से होती है यह बीमारी?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ब्रेन एन्यूरिज्म के कई कारण हो सकते हैं—
- जेनेटिक (वंशानुगत) फैक्टर
- हाई ब्लड प्रेशर
- नशीली दवाओं या कोकीन जैसी चीज़ों का सेवन
- लगातार मानसिक तनाव (Stress)
- धूम्रपान या अस्वस्थ जीवनशैली
सीधे तौर पर तनाव को इसका कारण नहीं कहा जा सकता, लेकिन यह जोखिम को ज़रूर बढ़ा देता है।
एक्सपर्ट्स की राय
डॉक्टर्स का कहना है कि जेनेटिक और मेडिकल कंडीशंस जैसे हाइपरटेंशन, एथेरोस्क्लेरोसिस और ड्रग एडिक्शन इस बीमारी को जन्म दे सकते हैं। जो लोग लंबे समय तक स्ट्रेस या हाइ ब्लड प्रेशर में रहते हैं, उनमें इसके विकसित होने की संभावना ज्यादा होती है।
धमनी के फटने पर कितनी खतरनाक हो सकती है स्थिति?
अगर दिमाग की धमनी बिना फटे रहती है, तो ज़्यादातर मामलों में तत्काल इलाज की ज़रूरत नहीं होती। लेकिन अगर यह धमनी फट जाए, तो मरीज को स्ट्रोक, नर्व डैमेज या यहां तक कि मौत का खतरा भी हो सकता है। इसलिए शुरुआती लक्षण दिखते ही तुरंत मेडिकल जांच करवाना बेहद ज़रूरी है।
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महिलाओं में क्यों बढ़ रहा है खतरा?
रिसर्च के मुताबिक, ब्रेन एन्यूरिज्म पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थोड़ा अधिक आम है। हालांकि इसके फटने की संभावना कम (1% से भी कम) होती है, लेकिन उम्र बढ़ने और हार्मोनल बदलावों के साथ यह खतरा बढ़ जाता है।
ब्रेन एन्यूरिज्म का इलाज कैसे होता है?
डॉक्टर्स फॉलो-अप इमेजिंग से इस बीमारी का पता लगाते हैं। इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि एन्यूरिज्म कितना बड़ा है और कहां स्थित है। छोटे एन्यूरिज्म में सिर्फ दवा और मॉनिटरिंग की जरूरत होती है, जबकि गंभीर मामलों में सर्जरी की मदद ली जाती है ताकि ब्लड वेसल्स सुरक्षित रहें।
अंतिम विचार ; किम कार्दशियन का मामला हमें याद दिलाता है कि तनाव और मानसिक स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। एक ग्लैमरस और सफल जिंदगी के पीछे भी कभी-कभी ऐसा दर्द छिपा होता है, जो बाहर से दिखाई नहीं देता। समय पर जांच, संतुलित जीवनशैली और मानसिक शांति इस बीमारी से बचाव का सबसे बेहतर तरीका है।