Bhandari Devi Temple : नवरात्रि का पावन समय चल रहा है। इन दिनों मां दुर्गा के दरबारों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। हर मंदिर की अपनी अलग पहचान और आस्था जुड़ी होती है। ऐसा ही एक अद्भुत स्थल है ‘Bhandari Devi Temple’, जहां नवरात्रि के अवसर पर दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है। मान्यता है कि यदि कोई भक्त अष्टमी या नवमी के दिन यहां मन्नत मांगता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है। स्थानीय लोगों के अनुसार इस मंदिर से जुड़े कई चमत्कार आज भी सुनने को मिलते हैं और यही वजह है कि भक्त यहां खिंचे चले आते हैं।
Bhandari Devi Temple की मान्यता
भंडारी देवी मंदिर को लेकर लोगों की गहरी आस्था है। मान्यता है कि नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर यहां पूजा करने से माता रानी विशेष रूप से प्रसन्न होती हैं। इन दिनों मां से जो भी वरदान मांगा जाए, वह जरूर पूरा होता है। यहां के किसान खासतौर से मां को अनाज चढ़ाते हैं, जिससे उनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। स्थानीय लोग कहते हैं कि देवी ने कई बार विपत्ति की घड़ी में उनकी रक्षा की है। आज भी भक्त विश्वास करते हैं कि माता का आशीर्वाद कठिन से कठिन संकट को दूर कर देता है।
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मंदिर का चमत्कारी कुंड
Bhandari Devi Temple परिसर में एक कुंड मौजूद है, जिसे चमत्कारी माना जाता है। लोगों का कहना है कि चाहे कितनी भी भीषण गर्मी क्यों न हो, इस कुंड का पानी कभी सूखता नहीं। यहां एक और मान्यता है कि मंदिर में प्रवेश करने से पहले अगर कोई श्रद्धालु इस कुंड में स्नान करता है, तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। अष्टमी और नवमी के दिन तो कुंड में स्नान करने के लिए हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं।
मंदिर का इतिहास
Bhandari Devi Temple का इतिहास बहुत प्राचीन है। हालांकि इसके निर्माण की सटीक तिथि और निर्माता का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिलता, लेकिन माना जाता है कि यह मंदिर ‘अशोक काल’ से जुड़ा हुआ है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस मंदिर के आसपास मिले शिलालेख भी इसे अशोक काल का बताते हैं। इसी वजह से माना जाता है कि मंदिर का निर्माण भी उसी समय हुआ होगा।
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कहां स्थित है भंडारी देवी मंदिर?
यह चमत्कारी मंदिर ‘उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर’ जिले में स्थित है। मिर्जापुर रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी करीब 15 से 20 किलोमीटर है। यहां तक पहुंचने के लिए ऑटो, टैक्सी या कैब आसानी से मिल जाती है। नवरात्रि के दौरान मंदिर में विशेष भीड़ रहती है और खासतौर से अष्टमी और नवमी को भक्तों का मेला-सा लग जाता है। अगर आप भी माता से अपनी कोई मुराद पूरी करवाना चाहते हैं, तो इस नवरात्रि मिर्जापुर के Bhandari Devi Temple के दर्शन अवश्य करें।