भारत में सबसे अधिक यूज किया जाने वाला मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप जल्द ही एक नए फीचर को जोड़ेगा| 

जिससे यूजर्स  फेक, स्पैम और इंटरनेट के जरिए आने वाले कॉल्स का पता लगा सकेंगे |

नया फीचर, कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस देने के लिए वॉट्सऐप ने ट्रूकॉलर से हाथ मिला लिया है | 

यह  फीचर वॉट्सऐप के वीडियो और ऑडियो कॉल दोनों में मददगार साबित होगा |

मई महीने के लास्ट तक यह कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस फीचर दुनिया के सामने होगा | 

यह सर्विस फीचर अभी बीटा टेस्टिंग फेज में है| 

कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस अभी सिर्फ टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर से आने वाली कॉल्स का ही पता लगा पाती है |

इस सर्विस को शुरू करने  के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर्स की भी सहमति होती है |

अब तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए टेलीमार्केटिंग कॉल्स को ब्लॉक किया जाता है|  

इंटरनेशनल नंबर्स के जरिए पिछले 2 हफ्तों में व्हॉट्सऐप पर फेक कॉल्स की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ी है|